हिंदी विश्व भारती छात्र पत्रिका-2011 पृ-28
अर्मेनियामनात्साकानयान नारिने (अर्मनिया)
कक्षा-300
अर्मेनिया एक पुराना प्रसिद्ध ऐतिहासिक बहुत सुन्दर परी कथा वाला और अद्भुत देश है। अर्मेनिया की राजधानी पेरेवान है। अर्मेनिया में महानगर बहुत हैं। अर्मेनिया में कई जातियों, धर्मों और संप्रदायों को मानने वाले लोग रहते हैं। अर्मेनिया की जनसंख्या लगभग पाँच लाख है, जो अर्मेनिया में रहती है और दस लाख जो अलग-अलग देशों में रहती है। अर्मेनिया में भारत की तरह बहुत प्रसिद्ध जगहें भी हैं। यह अर्मेनिया का झंडा है। राष्ट्रीय झंडे में तीन रंग हैं, ऊपर लाल, बीच में नीला और नीचे नारंगी। ये रंग शांति, शक्ति और विजय के प्रतीक हैं और एक मोहर (छाप) भी है, जिसका अर्थ है– बाज और सिंह, हम जानते हैं कि यह पक्षी और पशु सबसे अधिक शक्तिशाली हैं। इनके चुंगल में छोटे पशु पक्षी हैं और वह उनकी सब प्रकार के खतरों से रक्षा करते हैं। अर्मेनिया में मौसम चार प्रकार का होता है–
अर्मेनिया का खान-पान भारतीय खान-पान से बिल्कुल अलग है। अर्मेनिया में छोटे-छोटे क्षेत्र बहुत हैं और सबका खान-पान अलग है। हर मौसम का खान-पान भी अलग है। जैसे ग्रीष्म ऋतु में अर्मेनिया लोग बैंगन, भिंडी, मटर, मूली, पालक, टमाटर, खीरा, शलगम आदि का प्रयोग करते हैं। लेकिन माँस और मछली भी खाई जाती है। इसके अलावा इस समय फल भी खाएँ जाते हैं। जैसे खूबानी, अंगूर, खरबूजा, तरबूज, आडू, संतरा, चैरी और स्ट्रोबेरी। अर्मेनिया में भारत के समान अनेक जातियों धर्मों और भाषाओं के लोग रहते हैं। यहाँ शकाहारी और माँसाहारी दोनों प्रकार के लोग रहते हैं। अर्मेनिया के गाँवों में खान-पान में ज्यादा घी, दूध, मक्खन, पनीर, मक्का, अंडा, चना, गेहूँ और आलू खाया जाता है। अर्मेनिया की मुद्रा का नाम दराक है, लेकिन दीनार भी चलता है। अर्मेनिया के पड़ोसी देश हैं– रूस, जार्जिया, अजरबेजान। अर्मेनिया के खेल जैसे फुटबॉल, अनुमान करो, टैनिस, बैडमिंटन आदि हैं। अर्मेनिया में अलग–अलग वेशभूषा पहनते हैं। राष्ट्रीय वेशभूषा बहुत सुन्दर है। वह ऊपर से नीचे बंद है और सब अपने हाथों से ही बनाते हैं। लेकिन ज्यादा लोग इसे नहीं पहनते हैं। राष्ट्र गीत- मेर हाथेरनिरव आजात आनकाख़ वोर आपरेलेस यारेदार। इस गीत में कवि अर्मेनिया की स्वतंत्रता के बारे में कहता है, और हमेशा आज़ादी माँगता है। अर्मेनिया में भारत की तरह बहुत से त्यौहार हैं, और सब इन्हें बहुत अच्छी तरह से मनाते हैं। अर्मेनिया मेरे मन का प्रतिबिंब है। यहाँ केवल बसंत है।
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