समन्वय पूर्वोत्तर-13-अक्टू-दिस-2011 आवरण पृष्ठ
ज्ञानकोश से
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क्रमांक | लेख का नाम | लेखक | पृष्ठ संख्या |
1. | संस्कृति के महानायक भूपेन हज़ारिका का महाप्रस्थान | डॉ. नवकांत शर्मा | 1 |
2. | भूपेन हज़ारिका का जीवन दर्शन और व्यक्तित्व | डॉ. दिलीप मेधि | 4 |
3. | आम आदमी की पीड़ा ही भूपेन हज़ारिका के गीत थे | श्री रविशंकर रवि | 17 |
4. | सुधाकंठ डॉ. भूपेन हज़ारिका : असमिया जाति के अलिखित दस्तावेज | डॉ. प्रवीन कोच | 19 |
5. | असमिया संगीत और डॉ. भूपेन हज़ारिका | श्री गौतम पातर | 22 |
6. | डॉ. भूपेन हज़ारिका के गीतों में समाज संहति और संप्रीति का प्रस्फुटन | श्री अखिल चंद्र कलिता | 25 |
7. | असम के सांस्कृतिक दूत भूपेन हज़ारिका | डॉ. माधवेन्द्र | 29 |
8. | असम रत्न डॉ. भूपेन हज़ारिका की कुछ अनमोल रचनाएँ भाषांतरण | सुश्री नन्दिता दत्त | 33 |
9. | डॉ. भूपेन हज़ारिका का निधन... कलाक्षेत्र की एक अपूर्णीय क्षति | श्रीमती रीता सिंह ‘सर्जना’ | 37 |
लोकमानस
1. | राङगोला (कॉकबरक भाषा से) | सुश्री रूपाली देबबर्मा | 38 |
2. | तीन भाई और एक बहन (पनार भाषा से) | डॉ. संतोष कुमार | 39 |
3. | झील का रहस्य (ताङसा भाषा से) | सुश्री मैखों मोसाङ | 40 |
4. | कोरदुमबेला (मिजो भाषा से) | श्री एच. वानलललोमा | 42 |
5. | जायीबोने (गालो भाषा से) | सुश्री किस्टिना कामसी | 43 |
1. | कोम जनजाति के पारंपरिक गीत (मणिपुर से) | सुश्री टी. जेलेना कोम | 44 |
2. | का तिङआब (कौआ) (खासी भाषा से) | श्रीमती जीन एस. ड्खार | 47 |
कथा-मंजरी
1. | प्रगति–गान (असमिया भाषा से) मूल | श्री उमेश वैश्य | 49 |
भाषांतरण | श्रीमती काकोली गोगोई | 49 | |
2. | श्रीमती इंदिरा : एक शोक गीत (मिजो भाषा से) मूल | स्व. (श्रीमती) ललसाङजुआली साइलो | 50 |
भाषांतरण | श्री एच. वानलललोमा | 50 |
1. | The Heart मूल | प्रो. (श्रीमती) एस. ड्खार | 51 |
हृदय भाषांतरण | (श्रीमती) जीन एस. ड्खार | 51 | |
2. | The Truth of Gender मूल | प्रो. (श्रीमती) एस. ड्खार | 51 |
लिंग की सच्चाई भाषांतरण | (श्रीमती) जीन एस. ड्खार | 51 |
1. | खासी राजा शहीद उतिरोत सिंह | डॉ. (श्रीमती) फिल्मिका मारबनियाङ | 52 |
2. | त्रिपुरेश्वरी का त्रिपुरा | सुश्री खुमतिया देबबर्मा | 53 |
3. | सूख रहे दुनिया के प्राण | श्री लालसा लाल ‘तरंग’ | 54 |
4. | अवश्य साथ देना | डॉ. सीताराम अधिकारी | 55 |
5. | फूल | सुश्री उमा देवी | 56 |
6. | मंच | सुश्री विनीता अकोइजम | 56 |
1. | श्रृंखल मूल | डॉ. (श्रीमती) रूपश्री गोस्वामी | 57 |
भाषांतरण | सुश्री राजश्री देवी | 57 |
1. | गुरु–दक्षिणा | श्री संजीब जायसवाल ‘संजय’ | 60 |
2. | नई सुबह | श्रीमती रीता सिंह ‘सर्जना’ | 66 |
3. | तीन लघु प्रेरक कथाएँ | डॉ. अकेलाभाइ | 69 |
1. | बादलों को उतरने के लिए थोड़ी जगह दें' | डॉ. अरूणेश ‘नीरन’ | 72 |
2. | पागल यौवन का विप्लवकारी महानर्तव | डॉ. भरत प्रसाद | 74 |
आलेख
1. | कारबि समाज का प्राचीन शैक्षिक | डॉ. (श्रीमती) जूरि देवी | 79 |
1. | मणिपुरी संस्कृति की आधार भूमि | मणिपुरी रास : प्रो. एच. सुवदनी देवी | 86 |
2. | दानवीर बलि के वंशज | श्री शेखर ज्योतिशील | 91 |
3. | पूर्वोत्तर भारत की भाषा और संस्कृति पर अनुसंधान की असीम संभावनाएँ | डॉ. संतोष कुमार | 95 |
1. | हिंदी एवं असमिया भक्ति काव्य समरूपता का सबल पक्ष : राष्ट्र के भावात्मक | डॉ. राधेश्याम तिवारी | 101 |
1. | हिंदी के प्रति दृष्टि – गांधी की | डॉ. दिलीप मेधि | 109 |
2. | हिंदी के विकास में मानस का योगदान | डॉ. राजेन्द्र परदेसी | 120 |
3. | पूर्वोत्तर भारत की भाषाएँ और संस्कृत–हिंदी का संबंध | प्रो. शंभुनाथ | 122 |
4. | पूर्वोत्तर भारत में हिंदी : विकास की संभावनाओं का मूल्याँकन | सुश्री एल. डिम्पल देवी | 127 |
5. | हिंदी परसर्गीय पदबंध | श्री चंदन सिंह | 131 |
6. | नागा भूमि एवं हिंदी प्रचार–प्रसार की स्थिति | डॉ. वी.पी. फिलिप जुविच | 135 |
7. | नोक्ते जनजाति की मौखिक लोक साहित्य की लेखन समस्या देवनागरी लिपि एक समाधान | डॉ. अरुण कुमार पाण्डेय | 140 |
1. | मोहन राकेश और ज्योति प्रसाद अगरवाला के नाटक | श्री अमरनाथ राम | 149 |
2. | असमिया उपन्यासकार विरिंचि कुमार बरूआ और प्रेमचंद के उपन्यासों की नायिकाएँ | श्री आब्दुल मतिन | 154 |
3. | प्रेमचंद एवं शरतचंद्र के कथा–साहित्य में स्त्री पात्र | डॉ. दिनेश कुमार चौबे | 157 |
1. | हिंदी यात्रा साहित्य को नागार्जुन का प्रदेय | डॉ. श्यामशंकर सिंह | 162 |
2. | स्वातंव्योत्तर हिंदी कविता में बदलती प्रणयानुभूति | डॉ. (श्रीमती) अनीता पंडा | 169 |
3. | जातीय स्वाभिमान : दलित कहानियों के विशेष संदर्भ में | सुश्री उमा देवी | 175 |
4. | जनजातीय हिंदी उपन्यास : परिचयात्मक विवेचन | सुश्री खुमतिया देबबर्मा | 179 |
1. | मिज़ोरम और हिंदी शिक्षण | डॉ. (श्रीमती) लुईस हाउनहार | 185 |
2. | हिंदी शिक्षण की समस्याएँ : सिक्किम के संदर्भ में | श्रीमती छुकी लेप्चा | 190 |
1. | डाक की उक्तियाँ और असमिया लोकजीवन में उसका प्रभाव | सुश्री नंदिता दत्त | 192 |
2. | मणिपुरी लोकसाहित्य : एक पूर्वावलोकन | डॉ. (श्रीमति) बेमबेम देवी | 197 |
1. | अरुणाचल प्रदेश का इतिहास लेखन | डॉ. राजेश वर्मा | 201 |
2. | मदन-कामदेव मंदिर : असम का खजुराहो | श्रीमति काकोली गोगोई | 204 |
1. | स्वतंत्रता संग्राम की वीरांगना कनकलता बरूआ | श्री अखिल चंद्र कलिता | 206 |
2. | महाराज कुमारी विम्बावती मंजरी : मणिपुरी मीरा | प्रो. जगमल सिंह | 208 |
1. | एक नदी द्वीप में विकसित विशाल संस्कृति | श्री अतुलेश्वर | 212 |
1. | लेखक लिखे नहीं पढ़े भी साक्षात्कारकर्त्री : एन. कुंजमोहन | सुश्री धनपति सुखाम | 214 |
1. | अज्ञेय के रचनाकर्म का एक अनछुआ पहलू समीक्षक “अज्ञेय और पूर्वोत्तर भारत” | डॉ. जयसिंह ‘नीरद’ | 218 |
- आनुषंगिक गतिविधियाम पृष्ठ संख्या- 221
- प्रतिक्रिया पृष्ठ संख्या- 227