तू भी अजीब पहेली है,
सबके साथ नहीं, न तू अकेली है
फिर भी सबकी सहेली है।
लड़की तू एक अलबेली है,
जो मुझको अपनी सी लगती है।
बात है तुझमे कुछ ऐसी
जो सबको ही भा जाती है।
आँसूओं की हर बूँद तेरी
हीरे की कीमत रखती है
तू भी अजीब पहेली है।
मत रो तू इतना कि
आँसू मिट्टी में मिल जाएँ,
लोग कीमत उसकी भुला बैठें,
अरमान तेरे सब धुल जाएँ,
मिट्टी को शायद सींच भी दें
पर अपना वजूद खो बैठें,
लड़की तू एक अलबेली है!