स.पू.अंक-13,अक्टू-दिस-2011,पृ-185
4. संजीव : जंगल जहाँ शुरू होता है, राधाकृष्ण प्रकाशन, नई दिल्ली संपर्क सूत्र -
भाषा - शिक्षणमिजोउरम और हिंदी शिक्षण
मिजोउरम भारत के उत्तर–पूर्वी क्षेत्र में बसा एक बहुत ही रमणीय प्रदेश है। इसका क्षेत्रफल लगभग 21 हजार वर्ग कि.मी. है। इसकी जनसंख्या लगभग दस लाख है। मिजोउरम की सुन्दरता देखने लायक है। इसमें कई सुन्दर–सुन्दर पहाड़, नदियाँ, पेड़–पौधे, फल–फूल तथा पशु–पक्षी अपनी सुंदरता दर्शाते हैं। यहाँ न अधिक गर्मी पड़ती है और न अधिक सर्दी। मिजोउरम की राजधानी आइजोल है। यहाँ रहने वालों को मिजोउ कहा जाता हैं। अंग्रेजों के आने के बाद से वे सभी इसाई धर्म को मानते हैं। यहाँ के अधिकांश लोग पढ़ना-लिखना जानते हैं। इस समय पूरे भारत में मिजोउरम साक्षरता के आधार पर तृतीय स्थान रखता है। मिजोउरम की राजभाषा मिजोउ और अंग्रेजी है। मिजोउरम को हिंदीतर भाषा–भाषी प्रदेश कहा जाता है। इसके कई कारण हैं, एक तो इसकी भौगोलिक स्थिति है, जो अन्य प्रदेशों से लगभग अलग है। मिजोउरम प्रदेश का यह ऐतिहासिक सत्य है कि सन 1966 में जब केन्द्र सरकार ने मिजोउरम में विद्रोह रोकने के लिए सेना भेजी तो उस कार्यवाही में कई घर, गाँव जलकर राख हो गए, कई बच्चे अनाथ हुए और बहुत से लोग मारे गए। पहले से ही मिजोउ जन–जातियों की मानसिकता अलगाववादी विचारधारा से प्रेरित थी, वे अपने को भारतीय कहलाने से इंकार करते थे। इस कार्रवाई के कारण मिजोउ वासी भारत सरकार से और अधिक खिन्न रहे। |
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