प्रतिक्रिया
- डॉ. वेदप्रकाश अमिताभ
प्रियभाई,
‘समन्वय पूर्वोत्तर’ (अंक 12) मिला। सचमुच यह पत्रिका पूर्वोत्तर भारत के सांस्कृतिक–शैक्षिक एवं सामाजिक समन्वयन का झरोखा है। भारतीय भाषओं के साहित्य से हिंदी पाठकों को परिचित कराने और पूर्वोत्तर में हिंदी की स्थिति को स्पष्ट करने में यह अंक सफल है।
मेरी बधाई स्वीकारें ।
भवदीय
वेदप्रकाश अमिताभ
डी/31, रमेश विहार, अलीगढ़-202001
मो. 09837004113
- पीयूष प्रवाह
संपादक महोदय (समन्वय पूर्वोत्तर)
नमस्कार
‘समन्वय पूर्वोत्तर’ का 12 वाँ अंक मिला, हम पहली बार इसके पन्ने पलट रहे हैं और अनुभव हो रहा है कि एक सार्थक पत्रिका से परिचय हुआ है। एक ही अंक में लोक, शिक्षा, समाज संस्कृति, भाषा, व्यक्ति और साहित्य को संजोकर पूर्वोत्तर की भावना को आपने उद्घाटित किया है। पूर्वोत्तर की सुन्दरता और समृद्धि से परिचय कराने के लिए आपको धन्यवाद, अगले अंको में हम पूर्वोत्तर को और भी अधिक समझ पाएंगे, ऐसी आशा है।
एक बार पुनः अपको धन्यवाद और शुभकामनाओं सहित नववर्ष की हार्दिक बधाई!
पीयूष प्रवाह
सहयोगी संपादक ‘सर्वनाम’ संकल्प प्रकाशन,
बागबाहरा, 493–449, जिला – महासमुन्द (छ.ग.)
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